भोजपुरी बसंत गीत
नीमुआ फरेला रसदार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
कोयली करेली पुकार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
फूलल सरसों, तीसी फुलाइल
चुअल महुआ, आम मोजराइल
कोयली के कूक सुन, जिया हुलसाइल
मन मोरा उड़ेला आकास
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
चारों तरफ हरियाली छाइल
ओढ़-ओढ़ के धानी चुनरिया
धरती आपन रूप सजाइल
धरती कइली सिंगार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
दूर कहीं केहू बंसी बजावे
ऋतु बसंत के गीत सुनावे
बंसी के धुन सुन, पिया याद अइले
पिया मोरा गइले बिदेश
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
केहू हंसेला, केहू रोवेला
सुख-दुख जीवन संग चलेला
सुखवा के दिनवा में सभी साथ रहले
दुखवा में छोड़ी गइले साथ
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
ऋतु बसंत में, हो सजनी
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
कोयली करेली पुकार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
- तरु श्रीवास्तव
नीमुआ फरेला रसदार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
कोयली करेली पुकार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
फूलल सरसों, तीसी फुलाइल
चुअल महुआ, आम मोजराइल
कोयली के कूक सुन, जिया हुलसाइल
मन मोरा उड़ेला आकास
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
चारों तरफ हरियाली छाइल
ओढ़-ओढ़ के धानी चुनरिया
धरती आपन रूप सजाइल
धरती कइली सिंगार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
दूर कहीं केहू बंसी बजावे
ऋतु बसंत के गीत सुनावे
बंसी के धुन सुन, पिया याद अइले
पिया मोरा गइले बिदेश
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
केहू हंसेला, केहू रोवेला
सुख-दुख जीवन संग चलेला
सुखवा के दिनवा में सभी साथ रहले
दुखवा में छोड़ी गइले साथ
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
ऋतु बसंत में, हो सजनी
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
कोयली करेली पुकार
ऋतु बसंत में, हो सजनी.
- तरु श्रीवास्तव